हरिशंकर शर्मा की कलम से ✍️
बात 2008 की है, निवृत्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2008 के चुनाव में जाने वाले थे और सितंबर के महीने में उज्जैन के रामघाट पर एक छोटी आम सभा को संबोधित कर रहे थे । चुनाव का समय था और स्थानीय लोग उज्जैन के विकास को लेकर चिंतित थे । उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा की चिंता न करें फिर से सरकार आने पर 2016 सिंहस्थ तक मैं इस अवंतिका नगरी को तीन लोक से न्यारी बना दूंगा.
बात आई गई हो गई चुनाव में फिर से शिवराज सिंह भारी बहुमत से जीते और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए .
दोबारा
मुख्यमंत्री बनने के बाद
उनकी आस्था भगवान महाकालेश्वर
और उज्जैन नगरी में अधिक
हो गई। और वह
बार-बार उज्जैन के दौरे
कर भगवान महाकाल के आशीर्वाद लेने
लगे ।
वे ही
नहीं उनके धर्मपत्नी साधना
सिंह भी उनके साथ
निरंतर यहां आने लगी
।
यही वह समय था जब सिहस्थ 2016 की योजना आकार ले रही थी । सिहस्थ के दौरान हुए विकास से उज्जैन रहवासी बखूबी परीचित है ही । शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कही बात को पूरा करते हुए उज्जैन के आसपास के सभी मुख्य मार्गो को चौड़ा कर दिया । शहर के चारो और 10 से 12 आर ओ बी व फ्लाई ओवर बना दिए । कुल पांच हजार करोड़ खर्च कर सिंहस्थ का कुशल आयोजन कर उज्जैन नगरी को एक प्रमुख धार्मिक नगरी के रूप में स्थापित कर दिया । इस दौरान जिस तरह से उज्जैन की ब्रांडिंग हुई उससे सिंहस्थ के बाद भी हजारों की तादाद में रोज यहां पर श्रद्धालु पहुंचने लगे .
इसी बीच 2018 में
चुनाव हुए और शिवराज
सिंह चौहान सत्ता से दूर हो
गए । लेकिन उनकी
आस्था तब भी महाकालेश्वर
भगवान के
प्रति डिगी नहीं
और निरंतर यहां आते रहे
। भगवान महाकालेश्वर का ही आशीर्वाद था कि वे पुनः 2020 में
मुख्यमंत्री बने . मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने
महाकाल लोक की
योजना को आगे बढ़ाते हुए
इसे साकार करने के
लिए तेज गति से
काम शुरू करवाया ।
तीन लोक से न्यारी अवंतिका
नगरी बनाने के लिए महाकाल
लोक के निर्माण में ने प्रमुख
भूमिका निभाई है । महाकाल लोक
का उद्घाटन करने जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पहुंचे
तो उन्होंने भी शिवराज
सिंह चौहान की तारीफ करने
में कोई कोताही नहीं
की.
आज जब शिवराज
सिंह चौहान मुख्यमंत्री
पद से निवृत हो
गये हैं
.उज्जैन के रहवासी उनके
सदैव ऋणी रहेंगे । उज्जैन की
अर्थव्यवस्था को पंख लगाने
का काम शिवराज सिंह
चौहान ने अपने सत्ता
समय में किया है । जहां
कभी उज्जैन
में 35 हजार
श्रद्धालुओं का आगमन होता
था वहीं महाकाल
लोक बनने से आज एक
लाख लोग प्रतिदिन
भगवान महाकाल के दर्शन करने
आ रहे है । पर्वों
पर तो यहां श्रद्धालु
समा नहीं
रहे हैं .
किसी एक मुख्यमंत्री
ने किसी एक शहर
को इतना अधिक दिया
ऐसा पहले नही हुआ
है । 2003 में तत्कालीन सरकार
ने तो कह दिया
था सिंहस्थ
में शहर
के विकास की क्या जरूरत
सेटेलाइट टाउन से काम
चल जाएगा । उज्जैन निश्चित
रूप से आने वाले
समय में मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह चौहान को याद करता
रहेगा । अपने सत्ता काल
में वे
जितनी बार में उज्जैन
आए शायद ही कोई
मुख्यमंत्री इससे
पहले उज्जैन आया होगा । हर
बार यहां के स्थानीय नेता
उनसे एक
न एक सौगात मांग
ही लेते थे और
वे भी प्रसन्नता पूर्वक
कहते थे कि भोले
की आंगन के लिए
धन की कोई कमी
नहीं है जो चाहे
ले लो ।
आज महाकालेश्वर मंदिर विश्व भर में प्रसिद्ध हो गया है । यहां पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए विकसित किए गए भवन व कॉरिडोर विश्व में अपनी पहचान बना रहे है । आसपास का परिसर सुंदर हो गया है । महाकाल लोक के द्वितीय चरण के पूरा होते-होते उज्जैन नगर विश्व पटेल पर छा गया है । ट्रेन में यात्रा करते हुए लोग चर्चा करते हैं कि इंदौर से दिल्ली और दिल्ली से मुंबई की जितनी भी ट्रेन है वह केवल महाकाल लोक के कारण भरी रहती है । तीन-तीन माह पूर्व इन ट्रेन्स में टिकट मिलना सुलभ नहीं है ।
आर्थिक विशेषज्ञ आंकड़े निकालते हैं कि उज्जैन नगर की अर्थव्यवस्था एक साल में 3000 करोड़ के पार हो गई है । इसका लाभ यहां के निवासियों , यहां के व्यवसाईयों को मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा. उज्जैन को शिवराज सिंह चौहान द्वारा दी गई बड़ी सौगातो में सिंहस्थ के दौरान किए गए निर्माण कार्य श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर का विकास , महाकाल लोक का निर्माण मेडिकल कॉलेज की घोषणा और ऐसे अनेक कार्य हैं जिन्हें सदैव याद रखा जाएगा .
सिंहस्थ 2028 निकट है । अब इसकी तैयारी भी होना है । लेकिन उज्जैन रहवासियों के मन में कहीं न कहीं शिवराज सिंह चौहान की कमी खलती रहेगी ।
By : Harishankar Sharma
State Level Accredited Journalist राज्य स्तरीय
अधिमान्य पत्रकार , 31 वर्षों का कमिटेड पत्रकारिता
का अनुभव . सतत समाचार, रिपोर्ट
,आलेख , कॉलम व साहित्यिक
लेखन . संपर्क apnibaat61@gmail.com